5 Essential Elements For सफलता के लिए क्या करें

“मैंने आपको चोट पहुंचाने के बाद, आपने रेत में लिखा और अब, आप एक पत्थर पर लिखते हैं, क्यों?”

पंचतंत्र की कहानी: मूर्ख बातूनी कछुआ – murkh batuni kachua

और उसने नाक और भौ को खीझते सिकोड़ते हुए कहा ” मेरे पास अभी समय नहीं है ” मुझे बड़े काम करना है, बड़ा बनना है ऐसे कहते हुए वह व्यक्ति आगे बढ़ गया। 

एक बार एक बेटी ने अपने पिता से शिकायत की कि उसका जीवन दयनीय था और उसे नहीं पता की उसे आगे क्या करना है।

“When I bought laid off at 53 from the senior administration situation having a having difficulties restaurant chain, I knew it absolutely was destined to be not easy to find A further career in the corporate environment. I also understood it was now or never ever to pursue my lifelong desire of proudly owning my own cafe. What was most daunting was that, so as to make this occur, I used to be gonna should find an current café that was underperforming and whose proprietor was highly inspired to have away from his lease. I acquired incredibly Fortunate and located just what I preferred eight blocks from your home.

जरुर पढ़े : महात्मा गाँधी जी की प्रेरणादायक जीवनी

इस तरह व्यक्ति चलते-चलते आखिर महर्षि रमण के आश्रम में पहुंच गया। महर्षि जी अपनी पूजा पाठ और ध्यान के लिए तैयार हो ही रहे थे। व्यक्ति वहां पहुंच कर महर्षि का अभिवादन किया और वहीँ उनके पास बैठ गया

दरिद्र व्यक्ति बोला – मुर्ख स्त्री कितने दिन हो गए हैं मेने भोजन तक नहीं किया है ऐसे में भूखा रहकर धन को कैसे उठा कर ला पाउँगा भला?

आप अपने सवाल और सुझाव नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

जो आपको गाँधी जी के जीवन की गहराई और उनके जीवन सिद्धांतो से प्रेरणा देंगे.

लेकिन अगर वही कोई उनके टक्कर का आदमी होता तो वे उसके साथ ऐसा करने से पहले कई बार सोचते. इसलिए हमें कभी भी किसी गरीब या लाचार आदमी से लड़ना नहीं चाहिए.

वह भारतीय महिलाओं और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

पंचतंत्र की कहानी: बिल्ली का न्याय – billi ka nyay

पंचतंत्र की कहानी: check here मूर्ख गधा और शेर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *